रविवार, 29 मई 2011
रविवार, २९ मई २०११
यीशु मसीह का संदेश जो दूरदर्शी Maureen Sweeney-Kyle को नॉर्थ रिजविले, यूएसए में दिया गया था।

"मैं तुम्हारा यीशु हूँ, अवतार लेकर जन्म लिया।"
“मैं तुम्हें पूरी सच्चाई से बताता हूँ कि वह आत्मा जो मुझ पर विश्वास नहीं करती कभी सच्ची शांति नहीं पा सकती। इसके अलावा, वह आत्मा जो दावा करता है कि वह मुझ पर विश्वास करता है लेकिन वर्तमान क्षण में पवित्र प्रेम में जीवन नहीं जीती है खुद को झूठ बोल रही है। पवित्र प्रेम विश्वास पैदा करता है। विश्वास हमेशा मेरी दिव्य व्यवस्था के सामने किसी भी बोझ को सौंपने के लिए तैयार रहता है।"
“एक बात मत कहो, बल्कि दूसरी पर विश्वास करो। ऐसा करने से तुम अपने आप को धोखा दे रहे हो। अपने दिलों में ऐसे व्यक्तिगत एजेंडे न रखो जो किसी को ज्ञात नहीं हैं। इससे धोखेबाजी होती है। पवित्र और दिव्य प्रेम में एकजुट रहें - हमेशा एकजुट रहें। अपराधबोध या चिंता के कारण वर्तमान क्षण बर्बाद मत करो। याद रखें, विश्वास ही आस्था की नींव है।"
“यदि तुम इन दिशानिर्देशों का पालन करते हो, तो तुम पवित्रता में समृद्ध होंगे। तुम्हारा विश्वास मजबूत होगा और मैं तुम्हें प्रचुर मात्रा में आशीर्वाद दूंगा।”